तू लड़की है कमज़ोर नहीं
तू लड़की है कमज़ोर नहीं
बन चिड़िया तू उड़ जा नभ में
संघर्ष किया है बहुत ही तुमने
तोड़ के बेड़ी पा ले मुक्ति
तुझमें तो है इतनी शक्ति
तू लड़की है कमज़ोर नहीं
तू शाम भी है तू भोर सखी
तुझमें हिम्मत सब कर जाने की
गर चाहत जन्नत पाने की
तोड़ के बेड़ी उड़ जा पंछी
तुझमें ताकत है धरती सी
सहनशीलता की देवी बनना
छोड़ दे तू छोड़ दे
इससे पहले कोई आकर
हिम्मत तेरी तोड़ दे
ना सुन दुनिया की बातों को
खुद रास्ता तू ले बना
उम्मीदों को बना चिराग
अंधियारा है बड़ा घना
तीनों लोकों में ढूंढ ले जाकर
नहीं है तुझ सा कोई जग में
है ममता की देवी भी तू
क्रोध की ज्वाला भी है तुझ में।
