मोहब्बत मां सी
मोहब्बत मां सी
मोहब्बत मां सी कोई कर नहीं सकता
हो चाहे कितना भी दिल के करीब
आपकी खुशी के लिए मर नहीं सकता
गर ऐसा कोई मिल जाए तो किस्मत की बात है
मगर ऐसा आसानी से कोई मिल नहीं सकता
मां की सारी दौलत उसके बच्चे होते हैं
अगर मोहब्बत है दुनिया में सिर्फ मां की वजह से है
मां के आशीर्वाद से हंसती खेलती है ज़िंदगी
ज़िंदगी की सारी खुशियां बस मां की वजह से हैं
पहली दोस्त मां होती है फिर दूसरा कोई जगह पाता है
पहली गुरु मां होती है फिर दूसरा कोई आता है
यूं तो ज़िंदगी में दिक्कतें आती रहती हैं
एक मां ही साथ होती है बाकी हर कोई छोड़ जाता है
मां के लिए लिखना हो तो अल्फाज भी कम पड़ जाते हैं
मां की ममता के मायने शब्दों में कहां समाते हैं
यूं ही नहीं कहा जाता कि प्यार अंधा होता है
क्योंकि मां तो तब से ही हमें प्यार करती है
जब हम दुनिया में आए भी नहीं होते हैं।
