तुम
तुम
तुम मेरी नदी, मेरा पहाड़, तुम ही मेरा समुन्दर, मेरा आसमान
तुम मेरी गली, मेरी छत , तुम ही मेरा घर, मेरा आशियाँ
तुम मेरा गीत, मेरा संगीत, तुम ही मेरा गुनगुनाना, मेरा ख़ुशी का पिटारा
तुम मेरी भूख, मेरा जलता चूल्हा, तुम ही मेरा नुस्खा, मेरा हमदम मेरा सखा जादू का चोंगा
तुम मेरी तसल्ली, मेरी खूंटी, तुम ही मेरे सुकून की मोमबत्ती, मेरे रात का केक
तुम मेरा सूरज-चाँद , मेरा स्वर्ग ,तुम ही मेरी खुदा की बख्शीश, मेरी मोहब्बत की सजा।
