तुझे वो गगन पसंद है।
तुझे वो गगन पसंद है।
तू जो आ नहीं सकी तो क्या तेरी याद तो हमें आएगी
तू चली भी जो गई तो क्या तेरी याद तो रह जाएगी।
जिंदगी में हर कोई करता है वही जो उसको पसंद है।
मुझे तेरा साथ है स्वर्ग सा तुम्हें कुछ और ही पसंद है
यह निगाह मेरी साया तेरा तेरे साथ साथ ही जाएगी
तू जो आ नहीं सकी तो क्या तेरी याद तो हमें आएगी।
तुम्हें वो गगन पसंद है मैं धरा का नन्हा सा फूल हूं।
जो उड़ी है आंधियों के संग मैं वही धरा की धूल हूं।
जो नभ से धरा पे आओगे निगाह मुझको ही पाएगी।
तू जो आ नहीं सकी तो क्या तेरी याद तो हमें आएगी।