STORYMIRROR

Pushpa Devi

Romance

5  

Pushpa Devi

Romance

हमारी कहानी

हमारी कहानी

1 min
32


जब मौत अपनी गोद में रख लेगी मेरा सिर

तुम मेरे पैरों के पास बैठ जाना

और कहना हमारी कहानी

वहां से

जहां हम मिले थे

वहां तक 

जहां हम फिर से मिलेंगे


जब सांसों की डोर चटकेगी

तब उस चटकन की शायद कोई आवाज़ न हो

और शायद मैं जोड़ भी न पाऊं

उसे गांठ बांध कर

तब तुम अपनी आवाज़ की डोर से

बांध लेना मुझे

और कहते रहना हमारी कहानी

वहां से 

जहां तुमने मेरे मन को छुआ था

वहां तक

जहां तुम मेरी आत्मा को छुओगे


मैं मृत्यु के उस पार ले जाऊंगी

हमारी कहानी

और पढ़ती रहूंगी उसे

वहां से 

जहां हम पहली बार मिले थे

वहां तक

जहां हम फिर से मिलेंगे ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance