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PRADYUMNA AROTHIYA

Abstract Children

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PRADYUMNA AROTHIYA

Abstract Children

तेरे आने से

तेरे आने से

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तेरे आने से रोशन

हुआ जहाँ मेरा,

बदला है मौसम

और बसंत-सा हुआ घर मेरा।

तेरे नन्हे पैरो की आहट से

छन-छन करता आँगन मेरा,

हर एक दिन नया उत्सव 

देखता है हृदय मेरा।

कोमल उर-सी परियों का है

जीवन तेरा,

मानवता की आशा का

माथे पर तेज तेरा।

तेरे रूप से चांद सितारों-सा

जगमग गेह मेरा,

तू ही सदियों की खुशियों का

रोशन प्रतिबिंब मेरा।

तेरे आने से सूने से जीवन में

उम्मीद की रंगीनियत-सा चमका मन मेरा,

तेरे स्नेही स्पर्श से

पिता की भावनाओं-सा दमका मन मेरा।

तेरी मीठी आवाज से

कोयल-सा गूँजे घर मेरा,

नई आशाओं की बात छेड़ता

उत्सुकता से भरपूर मन मेरा।

एक दिन आसमान में

बनकर सितारों-सा बुलन्द होगा नाम तेरा,

तेरे हुनर से

यकीनन यह सपना भी साकार होगा मेरा।



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