STORYMIRROR

sarika k Aiwale

Tragedy Inspirational

3  

sarika k Aiwale

Tragedy Inspirational

सवाल है तो बता दूँ ....

सवाल है तो बता दूँ ....

1 min
234


सवाल है तो बता दूँ

हूँ कबसे यही सवाल करती मैं भी

कहाँ है मेरा अश्क भी जला दिया है

और पूछते है की क्या समानता है भी 


जहां जाऊँ वहाँ तेरी सोच से ही जियूं

जहां भी हो मेरा नाम तेरे नाम के बगैर कुछ नहीं

और पूछते है की क्या समानता है भी ..


स्त्री और पुरुष, एक ही सिक्के के दो पहलू

फिर भी ये कैसी फारकत है दुनिया तेरी

समझ जाऊँ भी तो एक दिक्कत है

क्या स्त्री को दिया सम्मान तूने .. 

कभी भी किया है उसके नजरिये से 

उसका विचार तूने

जो भी लिखा तेर

ा नजरिया था 

जो भी हो रहा है तेरे मन का वहम है ..


गर स्त्री को पूरी तरह समझ गया कोई 

तो वो वो है जहां तेरी हैसियत की वजह है..

जहां तेरे होने की एक कहानी और ही है

जो उसने संभले हुए है .. 

जमाने की तो बात ही नकार दे तू 

सोच क्या तेरी नजर में स्त्री पुरुष समान है भी ?...


मिल जायेगा हर उस सवाल का जवाब तुझे भी 

कर गौर तू भी जरा ये इंसान वो भी है तू भी 

तेरी उसूलात पे उसका जीना तय है 

और ...

और पूछते है की क्या समानता है भी ..



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy