शायद
शायद


कुछ समय की मांग थी
कुछ दिल से थे गरीब
बात कल तक याद थी
बाते वही याद हैं दिलाती
सच कही युही गया मिल के
ख्वाब से रूबरू न हो पाये
चल छोड वो बात पुरानी कहके
सारे अश्क हमे होसला दे गये।
कुछ समय की मांग थी
कुछ दिल से थे गरीब
बात कल तक याद थी
बाते वही याद हैं दिलाती
सच कही युही गया मिल के
ख्वाब से रूबरू न हो पाये
चल छोड वो बात पुरानी कहके
सारे अश्क हमे होसला दे गये।