सुनना
सुनना
उस एक दिन
बस कुछ फीट की
दूरी थी हमारे दरम्यान।
पूरे समय
न उसने कुछ कहा
न मैंने कुछ।
हवाओं ने हमारे
पैरों तले हरी घास को
हौले से छुआ।
तभी, बस तभी से
हम दोनों ने एक दूजे को
हमेशा ही
नीरा-पूरा सुना।
उस एक दिन
बस कुछ फीट की
दूरी थी हमारे दरम्यान।
पूरे समय
न उसने कुछ कहा
न मैंने कुछ।
हवाओं ने हमारे
पैरों तले हरी घास को
हौले से छुआ।
तभी, बस तभी से
हम दोनों ने एक दूजे को
हमेशा ही
नीरा-पूरा सुना।