जब हकीकत से सामना होता है पैरों तले जमीन खिसक जाती है। जब हकीकत से सामना होता है पैरों तले जमीन खिसक जाती है।
मुँह बार-बार धो लेती बस इत्ती सी कहानी बेटियों की।। मुँह बार-बार धो लेती बस इत्ती सी कहानी बेटियों की।।
हम होते रहे उनकी बातें सुन सुन कर परेशान पछताते रहे हम होते रहे उनकी बातें सुन सुन कर परेशान पछताते रहे
खोल नहीं पाती खिड़कियां, यह रंग बिरंगी तितलियां। खोल नहीं पाती खिड़कियां, यह रंग बिरंगी तितलियां।
हंसते हंसते रोने का ही नाम है सच्ची प्रीत। हंसते हंसते रोने का ही नाम है सच्ची प्रीत।
किसी के पैरों से चलके, कभी मैदान, पार नहीं होते। किसी के पैरों से चलके, कभी मैदान, पार नहीं होते।