डरना है किस बात से, हिम्मत से लो काम। भय तो भाई है वहम, भूत प्रेत ज्यों नाम।। डरना है किस बात से, हिम्मत से लो काम। भय तो भाई है वहम, भूत प्रेत ज्यों नाम।।
आम था , आम हूँ , आम रह गया इस राह में ! भविष्य जब आता है , आँखें नहीं मिला पाता हूँ ! टूटता जब त... आम था , आम हूँ , आम रह गया इस राह में ! भविष्य जब आता है , आँखें नहीं मिला पा...
बता दें उन सब को जिनकी वजह से जिन्दगी में भोर है। बता दें उन सब को जिनकी वजह से जिन्दगी में भोर है।
हंसते हंसते रोने का ही नाम है सच्ची प्रीत। हंसते हंसते रोने का ही नाम है सच्ची प्रीत।
पन्द्रह दिनों का उत्सव जो होता केवल आडंबर करके आडंबर हो जाते छूमंतर ! पन्द्रह दिनों का उत्सव जो होता केवल आडंबर करके आडंबर हो जाते छूमंतर !
मेरी परछाई बनकर खड़ा है। मेरी परछाई बनकर खड़ा है।