अनभिज्ञ था तब कि ऐसा युग भी आएगा... अनभिज्ञ था तब कि ऐसा युग भी आएगा...
दिल ने कहा जिंदगी की गाड़ी घूमाओ, आज के नये रिश्तों को हटाओ, धुँधली सी एक तस्वीर दिखेगी, अपनों के कर... दिल ने कहा जिंदगी की गाड़ी घूमाओ, आज के नये रिश्तों को हटाओ, धुँधली सी एक तस्वीर...
करना होगा खूब विचार और मंथन, कि इन बंधनों को तोड़ने के लिए हम तैयार हैं करना होगा खूब विचार और मंथन, कि इन बंधनों को तोड़ने के लिए हम तैयार हैं
शानो-शौकत में भी रखना याद, मात-पिता हैं बरगद की छाँव। शानो-शौकत में भी रखना याद, मात-पिता हैं बरगद की छाँव।
किसी के पैरों से चलके, कभी मैदान, पार नहीं होते। किसी के पैरों से चलके, कभी मैदान, पार नहीं होते।
मुझे से ज्यादा आपके, आनंद के लिये। हासिल करूंगी मंज़िल, यही मैंने वचन लिये मुझे से ज्यादा आपके, आनंद के लिये। हासिल करूंगी मंज़िल, यही मैंने वचन ...