आता हूं कहते हुए जाता है जो मिला भर बारिश में आता हूं कहते हुए जाता है जो मिला भर बारिश में
सच कहूँ माँ आज बहुत याद आ रही है। सच कहूँ माँ आज बहुत याद आ रही है।
हम होते रहे उनकी बातें सुन सुन कर परेशान पछताते रहे हम होते रहे उनकी बातें सुन सुन कर परेशान पछताते रहे
आज फिर सांसों ने कहा चलो फिर कुछ लिखा जाये। आज फिर सांसों ने कहा चलो फिर कुछ लिखा जाये।
बागडोर तुमको हम सौंपे तुम मनमानी कर जाते हो बागडोर तुमको हम सौंपे तुम मनमानी कर जाते हो
यदि रहता, साथ शरीर में रहे जलन, समझो तभी तुम्हें लगा, कोरोना है। यदि रहता, साथ शरीर में रहे जलन, समझो तभी तुम्हें लगा, कोरोना है।