समन्वय
समन्वय
मुझसे मिलने
ख्वाब तुम्हारे
आये जब
तुम्हें पता है
मन को कितना
भाये तब
भीनी से मुस्कान
तुम्हारे चेहरे की
मन की अकुलित
पृष्ठभूमि पर
छाये तब
दौर देर से
आया फिर भी
आया तो
मौसम में अविरल
गतिमयता लाये तब
मुझसे मिलने
ख्वाब तुम्हारे
आये जब...