शायद
शायद
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खिलखिलाहटें थी कभी जिंदगी में
अब कुछ वीरानियां सी है
ओ मेरे यारा जिंदगी को
किसी की नजर लग गई शायद।
खिलखिलाहटें थी कभी जिंदगी में
अब कुछ वीरानियां सी है
ओ मेरे यारा जिंदगी को
किसी की नजर लग गई शायद।