प्रेम (वर्ण - पिरामिड)
प्रेम (वर्ण - पिरामिड)
ओ
प्यारे
मोहन
प्रेम तेरा
मन को मोहे
भक्ति भाव भरें
मन पावन होये।
ऐ
कांहा
बासूरी
बजा कर
प्रेम का राग
मधुर सुना दे
कर मन पावन।
ओ
प्यारे
मोहन
प्रेम तेरा
मन को मोहे
भक्ति भाव भरें
मन पावन होये।
ऐ
कांहा
बासूरी
बजा कर
प्रेम का राग
मधुर सुना दे
कर मन पावन।