Uma Vaishnav

Abstract

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Uma Vaishnav

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सुप्रभात जी

सुप्रभात जी

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राधे राधे नाम लो, दौड़े आगे श्याम। 

बातें हैं ये प्रेम की, लो राधे का नाम।। 


झांकी राधे श्याम की, होती प्रेम प्रतीक। 

इसमे कोई शक नहीं, ये हैं बात सटीक ।। 


सुबह सुबह प्रभात मे, जप लो राधे श्याम। 

जीवन सुखमय हो सदा, लो बस ये दो नाम।। 


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