कितना सुकून कितना आराम
कितना सुकून कितना आराम
कितना सुकून कितना आराम होगा
हाथो में हाथ तुम्हारा जीवन भर का साथ होगा
कुछ यूँ साथ निभाना होगा
हम रुठे तो तुम मनाना
तुम रूठे तो हमे मनाना होगा
कितना सुकून कितना आराम होगा
इन होंठों पर सिर्फ तुम्हारा नाम होगा
मैं ही नहीं ये दिल भी तुम्हारे नाम होगा
शायद मेरी जिंदगी मे सबसे हसीन ये शाम होगी
हाथों में चुड़ी मांग मेरी सिदुंर से लाल होगी
कितना सुकून कितना आराम होगा
थोड़ी पागल हूँ मैं थोड़ी दिवानी भी हूँ
मैं तो बस तुम्हारी हूँ इतना जानती हूँ
कह रहा है ये दिल तेरा साथ चाहिए हर जन्म
और क्या चाहिए जिंदगी से सनम
कितना सुकून कितना आराम होगा।