माँ तेरा प्यार अनोखा
माँ तेरा प्यार अनोखा
माँ तेरा प्यार अनोखा, लगता भले ही देखा देखा,
जाने कितनी राते तूने, जाग जाग कर काटी होगी,
जाने कितनी ठण्ड रात को, कम्बल हमपर डाली होगी,
माँ तेरा प्यार अनोखा, लगता भले ही देखा देखा,
खुद भूखी रह कर भी तूने, कभी हमें खिलाया होगा,
पैसो की तंगी भी, कई बार हमसे छुपाया होगा,
माँ तेरा प्यार अनोखा, लगता भले ही देखा देखा,
मेरे गुस्से ने तुम्हे, कई बार रुलाया भी होगा,
पर सो जाने पर तूने, मेरे बाल सहलाया भी होगा,
माँ तेरा प्यार अनोखा, लगता भले ही देखा देखा,
सोचता हूँ तेरे लिए, क्या क्या न कर जाऊं मैं,
कैसे तेरे प्यार के बदले, असीम प्यार दे पाऊँ मैं,
पर हर एक चीज तेरे प्यार के बदले,
बहुत छोटा पाता हूँ मैं, बस दिल में तेरी श्रद्धा के,
दीप रोज जलाता हूँ मैं, सच माँ तेरा प्यार अनोखा,
लगता भले ही देखा देखा, सच माँ तेरा प्यार अनोखा,
लगता भले ही देखा देखा।
