सावन की बारिश
सावन की बारिश
सावन में भीगे हम दोनों, बारिश की ठंडी बूँदों में।
कर लें मस्ती आज दोनों, बादल से गिरती बूँदों में।
तन जलाती गर्मियों की, शांत ज्वालाएँ करें।
आ गया बारिश का मौसम, आओ कुछ मस्ती करें।
तन बदन में खुशियां हैं छाई, बरसात की इन बूँदों में।
कर लें मस्ती आज दोनों, बादल से गिरती बूँदों में।
छा गई हरियाली देखो, फूल भी हैं खिल गए।
गुनगुनाते भौंरे भी आ कर, कलियों से देखो मिल गए।
चहचहाते हैं परिंदे , बारिश की ठंडी बूँदों में।
कर लें मस्ती आज दोनों, बादल से गिरती बूँदों में।
चल रही पुरवाई ठंडी, तरू की कोपलें गाने लगीं
शशि भी मिलकर बादलों से, अठखेलियाँ करने लगी।
संगीत सा बजता है देखो, पेड़ों से गिरती बूँदों में।
कर लें मस्ती आज दोनों, बादल से गिरती बूँदों में।
काले काले बादलों में, कड़कती हैं बिजलियाँ।
फूल की खुशबू को पाकर, आ गई है तितलियाँ।
फूल भी इठला रहे हैं, बारिश की इन बूँदों में।
कर लें मस्ती आज दोनों, बादल से गिरती बूँदों में।