जब वे साथ होते हैं
जब वे साथ होते हैं
जब वे साथ होते हैं तो जैसे,
दिल में एक सुकून साथ होता है।
हम कुछ अपने दिल की कहें,
वे कुछ अपने दिल की कहें।
सुबह शाम और दिन रात,
हर पल एक जुनून साथ होता है।
हम दोनों को एक दूसरे से,
बेइंतेहा और बेहिसाब है।
इश्क़ और मोहब्बत जैसे,
हर नस नस में खून साथ होता है।
हम अपना दर्द कहें तो,
अब किसी गैर से क्यूँ कहें।
हम अपना हाथ किसी को क्यूँ दें,
जब अपने हाथ में उनका हाथ होता है।
हमारी मोहब्बत के बारे में,
सब का यही कहना है।
इन दोनों का साथ ऐसा है,
जैसे उंगली में नाखून साथ होता है।