साथी साथ निभाना
साथी साथ निभाना
आ जाए मुश्किल कोई तो,
साथ मेरे तुम आना।
हर सुख में और हर दुख में,
साथी साथ निभाना।
साथ हमारा सदा रहे,
चाहे जैसा वक्त आए।
हँसी खुशी से साथ निभाए,
साथ साथ हम इठलाए।
जैसे फूल में खुशबू होती,
वैसे ही हम हिल मिल जाएँ,
तितली भौंरों के संग में हम,
खुशियों में हम रम जाएँ।
कभी साथ न रूठे अपना,
गीत खुशी के हम गाए।
कभी धरा में साथ ने खेले,
कभी आसमान में इठलाए।
सच्चे साथी बनें जगत के,
जहाँ प्यार का छोर न हो।
प्यार भरा हो मन में इतना,
जैसे चाँद चकोर में हो।