राम नाम की महिमा
राम नाम की महिमा
राम नाम की महिमा
सांवले सलोने मौरे भगवन,
मंद - मंद मुसकात रघुराई,
धनुष बाण से खेलत हैं जो,
जननी जिनकी कौशल्या माई।।
अयोध्या प्रभु वो राजदुलारे,
जन - जन के वो काज संवारे,
दशरथ के नन्दन ओ भजमंदन,
लखन अनुज के प्राण उबारे।।
राम आखर की महिमा गायें,
बाल्मिकी रामायण पाठ करें,
इससे सबके बिगड़े काम बनेंगे,
जगत के लोकप्रिय पालनहारे।।
श्रृद्धा भाव के स्वामी हैं वो,
रोम- रोम सब राम पुकारें,
शिवभक्ति में करते ध्यान,
प्रजापालक करुणानिधान।।
राम नाम को पहचानकर,
राम धर्म-कर्म को मानकर,
प्राण जाए पर वचन न जाए,
महान वक्तव्य को हम जानें।।