STORYMIRROR

RAJNI SHARMA

Inspirational

4  

RAJNI SHARMA

Inspirational

गोरैया संरक्षण

गोरैया संरक्षण

1 min
255



गोरैया प्यारी मनोहर अनुपम मतवाली है,

चीं चीं की नव उमंग से फैली उजियारी है,

भूरे रंग के पंखों वाली, अद्भुत ऐश्वर्यशाली है,

नव जागृति की नवभोर में जगाने वाली है,

गोरैया प्यारी मनोहर अनुपम मतवाली है।।


पंछी को देख हर उर कोतूहल से भर जाता है,

क्योंकर लुप्त होने की संभावना ज़ारी है,

चलों प्राकृतिक सम्पदा संरक्षण में कदम बढाएँ,

वन धरोहर का संरक्षण कर नव आस जगानी है,

गोरैया प्यारी मनोहर अनुपम मतवाली है।।


गोरैया को नित नीड़ बुनने का ख्याल कराएँ,

तिनका- तिनका जोड़ निज गृह सजाएँ,

नव शिशुओं के घोंसले पर ध्यान लगाएँ,

जन -जन की हर संभव जिम्मेदारी है,

गोरैया प्यारी मनोहर अनुपम मतवाली है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational