बहुत करीब से देखा है मैंने जिंदगी को , तभी रिश्तों में ज्यादा करीबी पसंद नहीं !!
इस कहानी से पता चलता है कि स्थिति कैसी भी हो खुशी ढूंढने से मिलती है। इस कहानी से पता चलता है कि स्थिति कैसी भी हो खुशी ढूंढने से मिलती है।
उसकी भी छुट्टी मंजूर हो गयी उसकी भी छुट्टी मंजूर हो गयी
इस लघुकथा में पैसों के मद में चूर रिश्तों की गरिमा को चूर होते दिखाया गया है। ... इस लघुकथा में पैसों के मद में चूर रिश्तों की गरिमा को चूर होते दिखाया गया है। .....
उसे दुनिया की अन्य महिलाओं से अलग देखा जाता है। उसे दुनिया की अन्य महिलाओं से अलग देखा जाता है।
आखिर कब तक सीता अग्नि परीक्षा देती रहेगी आखिर कब तक सीता अग्नि परीक्षा देती रहेगी
आज उसे फिर से वो भिखारी खुद से ज्यादा अमीर लग रहा था। आज उसे फिर से वो भिखारी खुद से ज्यादा अमीर लग रहा था।
ईश्वर पंडितों की भविष्यवाणी से ज्यादा लोगों के दिल देखते हैं तभी तो माँ स्वंय पधारी हैं ईश्वर पंडितों की भविष्यवाणी से ज्यादा लोगों के दिल देखते हैं तभी तो माँ स्वंय पध...
सुमन का गुस्सा व नीरव की माँ के मन का अपराध बोध। सुमन का गुस्सा व नीरव की माँ के मन का अपराध बोध।
जब उनके मन को कोई नहीं समझता था तो उन्हें कैसा लगता था ! जब उनके मन को कोई नहीं समझता था तो उन्हें कैसा लगता था !
श्रृंगारप्रसाधन की लम्बी तालिका देखकर भोलू के होश उड़ गए और उसको कहावत का मतलब समझ आ गया। श्रृंगारप्रसाधन की लम्बी तालिका देखकर भोलू के होश उड़ गए और उसको कहावत का मतलब सम...