नादानी
नादानी
हँसी- हँसी में वक़्त बिताना,
अपना जीवन आप मिटाना,
वक़्त का जो भी मोल न जाने,
उसके हाथ नहीं कुछ आना,
जो आलस में डूबे रहते,
खुद अपना नुक्सान हैं करते,
बर्बादी को न्यौता देकर,
व्यर्थ सदा ही लड़ते रहते,
क्यों ऐसी नादानी करना,
क्यों चम्मच से पानी भरना,
सीख बड़ों की मानो सारे,
सदा निरंतर प्रगति करना,
वक़्त बहुत अनमोल है यारों,
पल-पल खर्चो सोच-विचारों,
सारे काम समय से कर के
अपना जीवन आप संवारो