इसका करो तुम नित गुणगान इससे है सबका सम्मान इसका करो तुम नित गुणगान इससे है सबका सम्मान
नैतिकता हर क्षेत्र में चमके, छल-दंभ-द्वेष-पाखंड का मिटे नामोनिशान। नैतिकता हर क्षेत्र में चमके, छल-दंभ-द्वेष-पाखंड का मिटे नामोनिशान।
उपरोक्त भजन लिखने की मुझे प्रेरणा देने वाले मेरे पिताश्री के आशीर्वाद से आचार्य श्री विद्यासागर जी औ... उपरोक्त भजन लिखने की मुझे प्रेरणा देने वाले मेरे पिताश्री के आशीर्वाद से आचार्य ...
रावण बोले लगता है अब मृत्यु निकट आयी है तेरी रावण बोले लगता है अब मृत्यु निकट आयी है तेरी
जो धरती पर खूब मचलता उसको भी मैं मिट्टी करता जो धरती पर खूब मचलता उसको भी मैं मिट्टी करता
जो चीज बंद रहेगी जितनी उतनी धूमिल पड़ जाना है। जो चीज बंद रहेगी जितनी उतनी धूमिल पड़ जाना है।