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परिचय......

परिचय......

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मन की मन मे रह जाए कौन समझ पाए

दिजो परिचय अपना तो चरित्र समझ आए !


परिचय दिजो ऐसा उत्तम छवि बनाए

तनिक विवरण मे ही सारा सार बताए !


कर्म ऐसा किजो भवसागर से तर जाए

बिन परिचय ही जन मानस के मन समाए !!


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