पत्रकारिता मे डिप्लोमा किया हुआ है कुछ समय निम्न मीडिया संस्थानों मे कार्य करने के बाद अपनी खुद की कंपनी शुरु की है अंडर गारमेंटस की साथ ही साथ लिखने के शौक के चलते निरंतर लिखने का प्रयास करता रहता हूँ नित्त दिन... 🙂🙏
यूँ तो मै टूटा बोहत पर हारा नहीं बाप की नसीहत थी किसी को पुकारा नहीं। यूँ तो मै टूटा बोहत पर हारा नहीं बाप की नसीहत थी किसी को पुकारा नहीं।
वो इश्क नही आकर्षण था वो प्रेम नही बनावटपन था नाबालिग ही थे हम दोनो। वो इश्क नही आकर्षण था वो प्रेम नही बनावटपन था नाबालिग ही थे हम दोनो।
जो चला गया त्याग तुझे वो भला क्या तेरा होता! जो चला गया त्याग तुझे वो भला क्या तेरा होता!
अनगिनत यादें ही हैं बाकि काफी कुछ कहना सुनना छूट गयाा। अनगिनत यादें ही हैं बाकि काफी कुछ कहना सुनना छूट गयाा।
शिकायतों की इक लंबी फ़ेहरिस्त है पास मेरे शिकायतों की इक लंबी फ़ेहरिस्त है पास मेरे
लगता है पशोपेश में है किरदार हमारा कोई किरदार यूं ही अंजान नहीं बनता। लगता है पशोपेश में है किरदार हमारा कोई किरदार यूं ही अंजान नहीं बनता।
तमीज और तहज़ीब के दायरे मे रहा करो अभी तुम नए नए हो कायदे मे रहा करो तमीज और तहज़ीब के दायरे मे रहा करो अभी तुम नए नए हो कायदे मे रहा करो
न मिलन की कोई आस थी न तुझे पाने की इच्छा खास थी न मिलन की कोई आस थी न तुझे पाने की इच्छा खास थी
खूब हैं निगाहें तुम्हारी जैसे नीला समंदर कोई गहरा है। खूब हैं निगाहें तुम्हारी जैसे नीला समंदर कोई गहरा है।
अपनी तो खुली किताब सी जिंदगी रही, पन्ना दर पन्ना बेहिसाब सी जिंदगी रही! अपनी तो खुली किताब सी जिंदगी रही, पन्ना दर पन्ना बेहिसाब सी जिंदगी रही!