प्रेम
प्रेम
ये तेरा प्रेम ही तो था जो मेरे जीने की वजह रहा
और अब जीने भी नही दे रहा..
साथ थे तो हर दिन, हर पल ख़ुशनुमा था
अब मुहब्बत तुझ से कम
तेरी यादों से ज्यादा है
तेरी हर बात पे मरती थी
तुझे बेइंतहा प्यार करती थी
इंतज़ार अब तेरा कम
तेरे वादों का ज्यादा है।