उन्मुक्तता
उन्मुक्तता
उन्मुक्तता... स्वतन्त्रता... स्वछन्दता...
जीवन पल-पल भरा हो इन शब्दों से,
लेकिन पर्याय भिन्न - भिन्न हैं इनके...
आवश्यक नहीं है जो उन्मुक्त हो वो स्वतन्त्र भी हो,
और जो हमें स्वतन्त्र दिखाई देता है वो स्वछन्द भी हो,
गहराई में जाकर ही विश्लेषण हो सकता है इसका..
मृगतृष्णा सी समानता और
नीर-क्षीर सी विभिन्नता है इनमें..!
