पहली बारिश
पहली बारिश
पहली बारिश भीगा तन,
प्रसन्न हो गया पूरा मन।
सावन आएगा जब भी,
निज कार्य में जगे लगन।।
भीनी भीनी खुशबू आये,
हर मानव को यह सुहाये।
तरुवर पर आयेगी बहार,
मन में उपजे सुंदर प्यार।।
भंवरे तितली गाते जाये,
दादुर छेड़े मिलकर गान।
जंगल में नाच रहे हैं मोर,
मचा हुआ बारिश शोर।।
कृषक दिखे मन से खुश,
बीजवपन का आया काल,
प्रसन्न लगता हर एक जीव,
अब हो जाएंगे मालामाल।।