प्यार के रंग हज़ार।
प्यार के रंग हज़ार।
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इज़हार के ढंग बेशुमार होते हैं,
प्यार के रंग हज़ार सुना होते हैं।
प्रेम का अथाह सागर मेरा प्यार,
सिर्फ़ तुमसे ही करते हैं बेशुमार।
जब-जब तुम मेरी तरफ़ देखती,
वो लम्हा जैसे कायनात ही यार।
दुनिया में कितने ही रंग भी यार,
हमें तो अच्छा लगता वो है प्यार।
मेरे प्यार पर सदैव पहरा बिठाना,
चाहे कितनी जासूसी है करवाना।
औरों के ही हो प्यार के रंग हज़ार,
मेरे तो सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम प्यार।