प्यार की इंतहा को दर्शाती कविता जिसमें खुद से अधिक प्रेमिका से प्रेम है। प्यार की इंतहा को दर्शाती कविता जिसमें खुद से अधिक प्रेमिका से प्रेम है।
हम इज़हार करते हैं अपने इश्क़ का तुझसे । खयालों में लाकर बहुत कर लिया प्यार , अब ये हम इज़हार करते हैं अपने इश्क़ का तुझसे । खयालों में लाकर बहुत कर लिया प्या...
कल का यकीन नहीं मुझे मुझको है उस एक पल में सदियाँ गुजार लेना। कल का यकीन नहीं मुझे मुझको है उस एक पल में सदियाँ गुजार लेना।
एक मुलाकात जरूरी है एक मुलाकात जरूरी है
प्यार का तराना। प्यार का तराना।
प्यार किया है,इज़हार भी कर , तू क्या शीशे के अक्स से डरती है? प्यार किया है,इज़हार भी कर , तू क्या शीशे के अक्स से डरती है?