“नये वर्ष का अभिनंदन”
“नये वर्ष का अभिनंदन”
चलो करते हैं अभिनंदन नये इस साल को पाकर !
खुशी की है लहर जग में नये परिवेश को लाकर !!
सभी को आस है इनसे नये कुछ काम अब होंगे !
अधूरे सपने थे जिनके सभी वो काम अब होंगे !!
नहीं भूखा कोई होगा मिलेंगी रोटियाँ सबको !
रहेंगे घर में मिल करके मिलेंगी धोतियाँ सबको !!
सभी को नौकरी होगी कोई वंचित नहीं होगा !
करेंगे आस सब पूरी नहीं कोई दुखी होगा !!
कभी भी हम नहीं झगड़े किसी के धर्म को लेकर !
रहें हम प्यार से सबदिन नहीं हो कोई भी टक्कर !!
नये कुछ साल में हमको मौसम पर सोचना होगा!
कार्बन के फैलने पर ही उसे हमें रोकना होगा !!
सदा ही शांति हो जग में नया यह साल बोलेगा!
यही आशा है हम सबका प्रेम का शंख गूँजेगा !!
चलो करते हैं अभिनंदन नये इस साल को पाकर !
खुशी की है लहर जग में नये परिवेश को लाकर !!