तुम मेरा इंतज़ार करना
तुम मेरा इंतज़ार करना
रात चल पड़ी है घर से, काली चादर में लिपटकर
क्षितिज में अलसाया सूरज भी डूब रहा है धीरे-धीरे
जब तुम्हारे ख़्याल दिल में भर जाते हैं
तो अँधेरा करीब आने से घबराता है
तुम्हारी सुंदरता से आकाश में जब तारे जगमगाते हैं,
सुकुन की सांस लेते हैं
चाँद भी अक्सर लज़्ज़ा से
तुम्हारे दिव्य आकर्षण से चेहरा ढक लेता है
इतना तो स्पष्ट है यात्रा सहज, सुगम, सरल नहीं है
बहुत घुमावदार है, रास्ता दुर्गम है
अगर तुम्हारी इजाज़त हो तो मैं तुमको
अपनों बाहों में लेना चाहता हूँ
जहाँ शांति के सिवा कुछ नहीं, जहाँ धरती का स्वर्ग है
झांकता हूँजब तुम्हारी आँखों के नीले समंदर में
हमारी ही तस्वीर नज़र आती है
जीवन के अनंत सौन्दर्य के अनगिनत दर्शन
असीम आनंद कीअनुभूति होती है
तुमको पाने की चाहत में, सभी परीक्षणों से गुजरकर
हदों के सभी बंधन तोड़कर
मैं तुमको अपनी दुनिया में उड़ाकर ले जाऊंगा
जहाँ हमारे सिवा कोई और न होगा
मैं तुम्हारे दिल की चौखट पर दस्तक देने आ रहा हूँ
बस तुम मेरा इंतज़ार करना
मैं तुमको अपना बनाने आ रहा हूँ
हमेशा हमेशा के लिए
बस तुम मेरा इंतज़ार करना।