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LALIT MOHAN DASH

Abstract Romance Inspirational

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LALIT MOHAN DASH

Abstract Romance Inspirational

आज होली का त्योहार है

आज होली का त्योहार है

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आज होली का त्योहार है

सारेओर रंग बरस रहा है

रंग में भीगने को

मचल रहा है दिवाना दिल


होली प्यार का त्योहार है

यौवन का पूजा है

हर उम्र के लोगों को

युवा कर देने के त्योहार है


कितने सारे रंग

लगा है मेरे तन में

तन पर जैसे मेरे सनम !

बहुत सारे 

इंद्रधनुष जो चमक रहे है


पर जो रंग मैंने लगाई है

 तेरे मन में मेरे सनम !

उसे तुम आइना में भी

दिख नहीं सकोगी


पर कोशिश करो जी

आइना के सामने 

आंख मूंद कर

अपने अंदर को देखो जी ! 

जरूर उसको अहसास करोगी।


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