वृक्ष देवता समान हैं
वृक्ष देवता समान हैं
वृक्ष धरा पर भगवान का वरदान है,
जीवधारियों के जीवन आधार है ,
वातावरण के शुद्धिकरण का मंत्र है,
जलवायु की नियति तय करते है।
वृक्ष देवता समान विशाल हृदय है,
परोपकार की भावना से भरे होते है,
फल फूल ओषधियों के भंडार है,
वृक्ष धरा के आभूषण श्रृंगार है ।
हमारी संस्कृति में प्रकृति प्रदत्त
हर वस्तु पूजी जाती है,
नदियां ,पहाड़, मिट्टी, वृक्ष आदि
देवता सदृश्य मानी जाती है।
हमें हमारे संस्कार सिखाते है,
प्रकृति के कण कण में
भगवान माने जाते है,
वृक्ष तो हमें बहुत कुछ देते है,
बदले में कुछ नही लेते है l
