Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Anoopama Tripathi

Abstract

3  

Anoopama Tripathi

Abstract

स्त्री

स्त्री

1 min
209


प्रेम की सहभागिता कौन निभाता है

कौन स्त्री के हर प्रश्न का उत्तर दे पाता है

प्रेम से ही जन्म और प्रेम में ही मरण 

इतना प्रेम भरा जीवन होता है

पर हमेशा स्त्रियों को ही प्रेम के लिए तरसते देखा

 

स्त्री जीवन संघर्ष का जीवन

गर्भ में 9 मास रह जाने का संघर्ष

उसके धरती पर आने के बाद

शुरू होता है अनंत समय तक

अपने आपको सुरक्षित रखने का संघर्ष

विवाह उपरांत अपने सभी कार्य से

सबको खुश करने का संघर्ष

माँ बनने के बाद माँ के

हर दायित्व के लिए संघर्ष

इतने सारे रिश्ते निभाते निभाते

खुद को खोज पाने का संघर्ष

समाज मे कितना भी और

कैसे भी ओहदे पर पहुँच कर

ख़ुद की काबिलियत को बताने का संघर्ष


पर समझता कौन है

अपने आस पास देखो तो

सहभागिता के लिए कोई नहीं

माँ के घर, तुम्हें दूसरे घर जाना है

पति के साथ कभी लड़ाई,

एक पल में तुम अपने घर चली जाओ

अरे कौन सा घर 

और कहाँ चली जाए

प्रेम या कठोरता, क्या हिस्से आता है।


सारे दर्द को अपने हृदय में लिए

खुद प्रेम के लिए तरसती स्त्री



Rate this content
Log in

More hindi poem from Anoopama Tripathi

Similar hindi poem from Abstract