"तूकमे ताशिर,शोबतेअसर"
"तूकमे ताशिर,शोबतेअसर"
"तूकमे ताशिर शोबते असर"
तूकमे ताशिर ख़ून में होता हैं
शोबतेअसर दोस्त मंडली से हैं
यदि किसी व्यक्ति के तूकमे ताशिर
हिंसक वन्यजीव हिंसा कि होती हैं
लाख जतन करते हैं परन्तु ऐसा व्यक्ति
हिंसक प्रवृत्ति त्यागने को तैयार नहीं हैं।
शोबतेअसर दोस्त मंडली से हैं
शराबीयों से यारी मयखाने कि
और जरूर रूख करवा देती हैं।
आध्यात्मिकता साधना कि और मन कर्म
अग्रसरित संत महात्माओं द्वारा ही संभव हैं।।
ज्ञानी से ज्ञानी मिलें करें ज्ञान कि बात
मूर्ख से मूर्ख मिले केय मुखी केय थाप।।
