" मेरा पहला प्यार "
" मेरा पहला प्यार "
थे पहला प्यार तुम मेरे
बीते तुम्हारे साथ ,कितने सुनहरे दिन,
भुला न मैं पाती हूंँ ।
दिन-रात यादें तुम्हारी,
मुझको तड़पाती है ।
जीने नहीं देती ।
जब याद तुम्हारी आती है।।
दिल तुम्हारे लिए मचलता हरदम,
यादें तेरी साथ- साथ चलती, हर कदम
रात्रि में सन्नाटा छा जाता चंहुओर,
पर आंखों से नींद मेरी उड़ जाती ।
जब याद तुम्हारी आती है ।।
जानती हूँ दूर नहीं दिल से मेरे तुम,
रहते दिल में बसे, खास हो तुम मेरे,
जन्म- जन्म का नाता है हमारा ,
खो जाने से डरती हूँ ।
कैसे समझाऊँ दिल को अपने,
जब याद तुम्हारी आती है ।।
याद करते हो तुम जब भी,
हवाओं के संग -संग ,
खुशबू तुम्हारी आती है ।
दिल से दिल का रिश्ता गहरा,
भूल नहीं पाती हूँ ।
दिल तड़प तड़प रह जाता है,
जब याद तुम्हारी आती है ।।