सुरमई आँखें
सुरमई आँखें
मुझे याद है आज भी
वह यादगार लम्हा, हुई थी जब तुझसे
मुलाकात जवानी के मोड़ पर
भुला नहीं पाया हूँ उन सुनहरे पलों को
इन सुरमई आंखों की गहराई में
यह जो शांत समंदर है ना
इसकी शांत लहरों में
मेरे चंचल मन को अपार शांति मिलती है
यह सिर्फ़ एक एहसास नहीं है
यह एहसास दुनिया के हर एहसास से परे है
एक ऐसा प्यार जो समय से परे है
जहाँ प्रेम का हर बंधन मुक्त हो जाता है
और फिर पूर्ण होने को रह जाती है सिर्फ़
तेरे मेरे प्यार की अधूरी कहानी
आज भी याद आती है
मुलाकात की वह गुलाबी शाम
मौसम भी जब डूब रहा था
तेरी झील-सी नीली आंखों में

