आओ मिल प्यार करें
आओ मिल प्यार करें
मौसम बड़ा सुहाना साजन,
आओ! मिल प्यार करें।
बसंती हवाएँ उकसा रही बालम,
चलो मीठी-मीठी बातें करें।
प्यारी बसंत ऋतु है आई ,
कुदरत पर यौवन गदराया,
हम भी याद जवानी कर लें।
खो जाएं एक- दूजे में सजना,
जोश जवानी का आ जाए।
आओ! मिल प्यार करें।।
सुध- बुध बिसराएं,जवानी लौटा लाएं,
बस प्यार ही प्यार बरसे,चहुँओर हमारे
लुफ्त मौसम का उठाएं,
मैं मैं ना रहूं, तुम- तुम ना रहो,
सांसो से सांसों का मिलन आज हो जाए।
आओ! मिल प्यार करें।।
रुठो न तुम यूँ, कि मेरी जान निकल जाए.
अब और न तड़पाओ,मेरी जान मेरे बलमा,
आ भी जाओ।
इंतज़ार और न होगा मुझसे,
आ भी जाओ।
आओ ! मिल प्यार करें हम,
आओ! मिल प्यार बेशुमार करें।।