नया बचपन
नया बचपन


धूल पड़ी एक तस्वीर मिली आज
हमसफर का साया था उसमें
फिर वो साथ के दिन याद आ गए
फिर वही कंधों पर तुम्हारा सर महसूस हुआ
तुम तो चले गए लेकिन आज भी पूरा हूँ
ना मैं अधूरा और ना ही मेरा इश्क
कल ही तो हम दोनों अपनी बत्तीसी को
बदलकर जवान होने की बात कर रहे थे
और आज तुम ही बदल गए
फिर भी मेरे बालो को सहलाते हो तुम
बच्चों के आस पास होने पर खांसने का बहाना करके
मेरे पास आने को बहाने करते हो
आज भी हरकतों में हया नहीं तुम्हारे
आज भी बातों में वही बचपना
छूटते नहीं छूटते ।।
#SMBoss