नित हिन्दी दिवस मनाना है !
नित हिन्दी दिवस मनाना है !
निज भाषा का ज्ञान ही,
उन्नति का आधार है।
बिन निज भाषा ज्ञान के,
नहीं होता सद-व्यवहार है।
पुरातन है, तो क्या हुआ,
हिन्दी अपनी सुहानी है।
क्या कहूं, कैसे कहूं,
हिन्दी में जो रवानी है।
सम्मान बड़ों का करना सिखलाती है,
छोटों को भी आदर से बुलाती है।
बात सीधे दिल तक पहुचाॅ॑ती है।
हिन्दी सभी को अधिकार दिलाती है।
देश को एकजुट करें,
हिन्दी की छटा निराली है।
आओ, हम अपनाकर इसे,
रोशन करें, जगत में देश का नाम।
भारत का अभिमान है, हिन्दी।
गर्व से कहो, हिन्दी हमारी मातृभाषा है।
केवल इक दिन ही नहीं हमने,
नित हिन्दी दिवस मनाना है !