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निर्भीक राष्ट्र

निर्भीक राष्ट्र

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जब हम नन्हे

बालक हुआ करते थे

तो हम अपने बुजुर्गों की तीखी

नजरों के सामने रहा करते थे।


उनकी पेनी निगाहें

हमारी छोटी-छोटी गलतियों को

शायद ही नजर अंदाज करती थी

कभी-कभी तो जोरों की

चमाट भी लगा दिया करते थे !


इन प्रक्रियाओं ने हमें

डर का आभास करा दिया

आत्मनिर्भर की दहलीजों को

पार करने से हमको डरा दिया !


कभी पॉकेट मनी.....

किताबें ....स्कूल फीस.........

अच्छे कपडे की चाहत ने डर का

अभिनय करना सीखा दिया !


पर ज्यों -ज्यों हम बड़े

होते गए डर की भंगिमा को

मन से भूला दिया !


आज के दौर में विश्व के तमाम राष्ट्र

चाहे छोटे से छोटे ही क्यों ना हों

पर शायद ही कोई देश

बड़े राष्ट्रों से डरें।


नार्थ कोरिया जो हमारे

एक राज्य की भांति

मानचित्र पर हैं खड़ा

पर डरना उसने भी नहीं सीखा।


ईरान अमेरिका के सामने झुका नहीं

टर्की और वेनेज़ुएला

अमेरिका के सामने हिला नहीं !


मेक्सिको ने डरकर अमेरिका को

मेक्सिकन दीवार के लिए

चारा तक नहीं डाला।


जितने भी देश हमारे विश्व में हैं

वे संप्रभु राष्ट्र बनके

औरों को ललकार रहे हैं !


नेपाल, भूटान, बांग्लादेश,

म्यांमार, श्रीलंका, मालद्वीप

हमारे हाथों से फिसलते चले गए,

चीन वहाँ अपना जलवा

दिखना शुरू कर दिया

और हम हाथ मलते रह गए !


तो भला पाकिस्तान

हमसे डर कैसे गया ?

करतारपुर कार्रीडोर का धार्मिक स्थल

बनाकर इमरान तो ऊपर उठ गया !


वहाँ मंत्री को इमरान ने निकला

क्या यह भी डर था ?.

हिन्दू मंदिरों का पाकिस्तान में

जीर्णोद्धार करना

क्या हमारा उनको डर था ?


विंग कमांडर अभिनन्दन की वापसी

होने के बाद भारत के कोन -कोने में

ढोल पीटा जा रहा था,


"पाकिस्तान डर गया और

अभिनन्दन को छोड़ दिया"

यशगान चारों ओर गाया जा रहा था !


ये लोग हम लोगों को

दृग्भ्रमित करते आ रहे हैं।

चुनाव जीतना है इन्हें

हमको ये भरमा रहे हैं !


आप जब असफलताओं

के शिखर पर चढ़ गए,

तो राष्ट्रवाद को अपना मुद्दा बना लिया

लोगों के हाथों में

एक बड़ा झुनझुना थमा दिया !


"वन बेल्ट वन रोड"

"पाकिस्तान कार्रीडोर"

"सिपैक".

इत्यादि चीन की परियोजनाएँ

पाकिस्तान में चल रही हैं.!


सऊदी प्रिंस सलमान के सहयोग से

पाकिस्तान की तस्वीर बदल रही है !.

हमें आश्चर्य लगता है

जब इमरान के कार्यों को

हम डर की संज्ञा दे देते हैं।


आज के युग में हमें

यह मानना पड़ेगा कि हम भी

किसी से नहीं डरते हैं !


भारत को निर्भीक बनाने का श्रेय

उन तमाम नेताओं को जाता है,

ना कि किसी एक खास व्यक्ति को

अपना इतिहास बताता है !


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