नादान
नादान


ये जो तुम सोचती हो
मैं मान जाऊँगा कहीं
तुम्हारी कही हर बात
सच में तुम बताओ ना
कहीं तुम नादान तो नहीं ।
हर बात में हामी भरना
मेरे लिए रात भर जागना
और कहना मुझे तुमसे
हाँ, मुझे तुमसे, मोहब्बत नहीं
और तुम्हारी हर बात की तरह
यह बात भी मैं मान जाऊंगा
सच मे तुम बताओ ना
कहीं तुम नादान तो नहीं ।
मैंने देखा है तुम्हें
चाय की गर्म प्याली
और ठंडाई का ग्लास
सबसे पहले मुझे देते हुए
और आगें आके कहना
मुझे तुम से मोहब्बत नहीं
सच मैं तुम बताओ ना
कहीं तुम नादान तो नहीं ।।
हर बात में मेरा नाम लेना
डाँटने पे बच्चों की तरह रोना
और हर बार बस यही कहना
मुझे तुम से मोहब्बत नहीं
सच मे तुम बताओ ना
कहीं तुम नादान तो नहीं ।।