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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Drama Inspirational

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Drama Inspirational

नाचत राधा श्याम

नाचत राधा श्याम

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नाचत राधा श्याम तत थै।

झूमत गोपी ग्वाल थै थै।.... नाचत.....

छनन छनन पायलीया बाजे,

झनन झनन झांझरवां झनके।

हुआ मधुरा नाद तत थै।... नाचत.....

घनन घनन घुंघरवा बाजे,

लचक लचक लोडनीयां लचके।

छा गया राग आलाप तत थै।.... नाचत.....

धाधा तीरकीट धाधा तीरकीट परान बाजे,

झांझ पखावज संगमे राचे।

रसमय बन्यो है रास तत थै।.... नाचत....

शरद पूनम की रात जमी हे,

श्याम संग राधा मगन भई हे।

"मुरली" मधुरी तान तत थै।.... नाचत....



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