उसकी चटक मटक देख कर मैं जाऊँ वारी-वारी। उसकी चटक मटक देख कर मैं जाऊँ वारी-वारी।
अपने प्रिय की पाती पढ़कर, रसिका जब लहक - लहक जाती अपने प्रिय की पाती पढ़कर, रसिका जब लहक - लहक जाती
धाधा तीरकीट धाधा तीरकीट परान बाजे, धाधा तीरकीट धाधा तीरकीट परान बाजे,