कहीं वो बागों के आम चुराने के किससे कहीं वो बागों के आम चुराने के किससे
बागों में रंग बिरंगे फूल खिलाए, चिड़ियों ने नया गान सुनाया बागों में रंग बिरंगे फूल खिलाए, चिड़ियों ने नया गान सुनाया
अपने प्रिय की पाती पढ़कर, रसिका जब लहक - लहक जाती अपने प्रिय की पाती पढ़कर, रसिका जब लहक - लहक जाती
हुई नई शुरुआत जब चिड़ियाँ चहकी बागों में हुई नई शुरुआत जब चिड़ियाँ चहकी बागों में